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John David 7 टिप्पणि

निकोल किडमैन की वापसी की कहानी

वनीस फिल्म फेस्टिवल में इस साल एक विशेष धूम मचाने वाली फिल्म की चर्चा हो रही है। मशहूर अभिनेत्री निकोल किडमैन अपनी नई फिल्म 'बेबीगर्ल' के साथ लौट रही हैं। इस फिल्म का निर्देशन किया है हेलिना रिन ने, जिनकी पिछली फिल्म 'बॉडीज बॉडीज बॉडीज' को काफी सराहा गया था।

फिल्म 'बेबीगर्ल' एक इरोटिक थ्रिलर है, जिसमें निकोल किडमैन एक शक्तिशाली महिला सीईओ की भूमिका निभा रही हैं। इस कहानी में उनका संबंध उनके एक युवा इंटर्न (जिसका किरदार हैरिस डिकिंसन ने निभाया है) के साथ दिखाया गया है। इस फिल्म में एंटोनियो बैंडेरस किडमैन के पति के रूप में दिखाई देंगे।

महिला दृष्टिकोण से कहानी

इस फिल्म की खासियत यह है कि इसे खास तौर पर महिला दृष्टिकोण से बताया गया है। निकोल ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने इस किरदार को निभाते समय काफी उत्सुकता और घबराहट महसूस की। उनके अनुसार, इस तरह की कहानी को महिला दृष्टिकोण से बताना 'बहुत स्वत:स्फूर्त' और 'अनोखा' अनुभव था।

संस्मरण वापस लाने वाला मौका

निकोल किडमैन 25 साल बाद वनीस फिल्म फेस्टिवल में वापसी कर रही हैं। इससे पहले वे स्टेनली क्युबिक की फिल्म 'आइज वाइड शट' के साथ फेस्टिवल में आई थीं। इस बार उनकी वापसी को लेकर उन्हें काफी उम्मीदें और नर्वसनेस थी, और उन्होंने इस बारे में खुलकर बातचीत की।

फिल्म के विशेष पहलू

फिल्म 'बेबीगर्ल' कई मौलिक और विचारोत्तेजक विषयों को छू रही है जैसे कि इच्छा, रहस्यों, विवाह, सत्य, शक्ति, और सहमति। साथ ही, फिल्म में पीढ़ियों के बीच सेक्स और अंतरंगता के बारे में भिन्नता को भी चित्रित किया गया है। सोफी वाइल्ड भी इस फिल्म का हिस्सा हैं।

व्यवसायिक प्रशिक्षण और तैयारी

निकोल किडमैन और हैरिस डिकिंसन ने अपनी भूमिकाओं के लिए बहुत अच्छा काम किया है। अंतरंग दृश्यों के लिए उन्होंने बहु समय तक रिहर्सल और एक इंटिमेसी कॉर्डिनेटर की मदद ली।

फेस्टिवल में प्रतिक्रिया

फिल्म के वर्ल्ड प्रीमियर के दौरान निकोल किडमैन को खड़े होकर तालियां बजाई गईं। यह फिल्म कई शीर्ष पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही है, जिनमें 'जोकर: फोलिए à ड्यूक्स' और 'मारिया' जैसी फिल्में भी शामिल हैं। विजेताओं की घोषणा 7 सितंबर को की जाएगी।

इस साल की वनीस फिल्म फेस्टिवल में निकोल किडमैन की वापसी और उनकी फिल्म के प्रति उत्साह ने उत्सुकता का एक नया स्तर स्थापित किया है। 'बेबीगर्ल' के सिनेमाघरों में दिसंबर में ए24 द्वारा रिलीज़ होने की उम्मीद है।

टिप्पणि

  • Sara Khan M

    अगस्त 31, 2024 AT 19:06

    Sara Khan M

    बेबीगर्ल वॉच करने का मूड आ गया 😂

  • shubham ingale

    सितंबर 2, 2024 AT 21:00

    shubham ingale

    चलो सब मिले और थ्रिल का आनंद लें 😎

  • Ajay Ram

    सितंबर 6, 2024 AT 08:20

    Ajay Ram

    निकोल किडमैन की वापसी वनीस फिल्म फेस्टिवल में सिर्फ एक स्क्रीनिंग नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए एक नई दिशा का संकेत है।
    "बेबीगर्ल" का इरोटिक थ्रिलर तत्व हमें युगों के अंतरंगता के बदलते रूपों पर विचार करने को मजबूर करता है।
    फिल्म में शक्ति और सहमति के बीच के जटिल संबंध को दर्शाया गया है, जो आज के सामाजिक संवाद में अत्यंत प्रासंगिक है।
    एक महिला सीईओ के किरदार में निकोल ने न सिर्फ शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि जोखिम और असुरक्षा के द्वंद्व को भी उजागर किया।
    इस परिप्रेक्ष्य से देखा जाए तो भारतीय कार्यस्थल में भी लिंग समानता की चुनौती अब तक के नाटकों से अधिक वास्तविक है।
    युवा इंटर्न के साथ उनके संबंध को दर्शाते हुए फिल्म ने एक असामान्य शक्ति गतिशीलता पेश की है, जो दर्शकों को कई स्तरों पर सवाल उठाने पर मजबूर करती है।
    हेलिना रिन की निर्देशन शैली में एक सूक्ष्मता है, जो कहानी को अत्यधिक नाटकीय बनाये बिना प्राकृतिक रूप से बुने रखती है।
    विशेष रूप से अंतरंग दृश्यों में रिहर्सल की गहराई को देखते हुए हम समझ सकते हैं कि कलाकारों ने किस हद तक तैयारियां कीं।
    सोफी वाइल्ड की उपस्थिति एक अंतरराष्ट्रीय बहुप्रतिभावान प्रतिच्छाया जोड़ती है, जिससे फ़िल्म की वैश्विक अपील बढ़ती है।
    इस फिल्म में पीढ़ीगत अंतर को भी सूक्ष्मता से दर्शाया गया है, जहाँ पुरानी मान्यताएँ नई इच्छाओं के साथ टकराती हैं।
    भारतीय दर्शकों के लिए यह एक अवसर है कि वे सीमाओं के परे जाकर जटिल मानव संबंधों को समझें।
    जबकि कुछ समीक्षक इसे विवादास्पद मान सकते हैं, कला का असली उद्देश्य ही तो चर्चा को प्रज्वलित करना है।
    निकोल की इस भूमिका में परिपक्वता और करिश्मा दोनों ही झलकते हैं, जो उनके पिछले कार्यों से भिन्न और प्रभावशाली है।
    फिल्म की कहानी में शक्ति के विभिन्न आयामों को उजागर करने के लिए दृश्यात्मक प्रतीकों का उपयोग किया गया है।
    इस प्रकार, "बेबीगर्ल" न सिर्फ एक थ्रिलर है, बल्कि सामाजिक टिप्पणी का भी एक माध्यम बनती है।
    अंत में, जब हम इस फिल्म को अपनी स्क्रीन पर देखते हैं, तो यह हमें आत्मनिरीक्षण की ओर भी प्रेरित करती है।

  • Dr Nimit Shah

    सितंबर 9, 2024 AT 19:40

    Dr Nimit Shah

    भारतीय सिनेमा को ऐसे अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स से सीख लेनी चाहिए, इससे हमारी कलाकारी की पहचान बढ़ेगी।

  • Ketan Shah

    सितंबर 13, 2024 AT 07:00

    Ketan Shah

    सही कहा, पर हमें यह देखना होगा कि यह फिल्म हमारे सांस्कृतिक संदर्भ में कैसे परिलक्षित होती है, विशेष रूप से महिलाओं की भूमिका में नई परतें जोड़ते हुए।

  • Aryan Pawar

    सितंबर 16, 2024 AT 18:20

    Aryan Pawar

    मैं तो बस यही कहूँगा कि निकोल की वापसी वनीस फेस्टिवल में धूम मचा रही है, सबको इस नई थ्रिलर को देखना चाहिए।

  • Shritam Mohanty

    सितंबर 20, 2024 AT 05:40

    Shritam Mohanty

    एक बात तो पक्की है, फेस्टिवल के पीछे कुछ बड़े वित्तीय दांव लुके हुए हैं, शायद इस फिल्म का चयन भी वही राज कारणों से है।

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