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जब राष्ट्रीय मीन-कु-मेरिट स्कॉलरशिप (NMMS) की 2025 की आवेदन अवधि खुली, छात्र‑वित्तीय मदद के तलाश में घर‑घर धूम मचा दी। लेकिन सबसे बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है – क्या उत्तरी प्रदेश (उत्तर प्रदेश) ने वास्तव में अपना डेडलाइन 4 अक्टूबर, 2025 तक बढ़ाया है? यहाँ तक कि शिक्षा मंत्रालय ने भी स्पष्ट रूप से पुष्टि नहीं की, जबकि अन्य राज्यों की अंतिम तिथियों ने पहले ही सबको हिला कर रख दिया है।

राष्ट्रीय मीन-कु-मेरिट स्कॉलरशिप (NMMS) क्या है?

NMMS भारत सरकार की एक अहम योजना है, जिसका लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के माध्यम‑श्रेणी के छात्रों को प्रोत्साहन देना है। यह छात्र को कक्षा 8 से कक्षा 9 में प्रोमोशन के बाद, शैक्षणिक योग्यता (कक्षा 10 में न्यूनतम 60% अंक, अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 55%) और वार्षिक परिवार आय ₹3,50,000 से कम होने पर प्रदान की जाती है। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से चलती है, और हर राज्य को अलग‑अलग डेडलाइन दी जाती है।

2025 की राज्य‑वार डेडलाइन – एक त्वरित झलक

  • दिल्ली: 4 अक्टूबर, 2025
  • हिमाचल प्रदेश: 30 सितंबर, 2025
  • अध्यादेश प्रदेश (अंध्र प्रदेश): 30 सितंबर, 2025
  • छत्ता: 5 अक्टूबर, 2025
  • तेलंगाना: 6 अक्टूबर, 2025
  • केरल: 7 अक्टूबर, 2025
  • मणिपुर: 10 अक्टूबर, 2025
  • महाराष्ट्र: 11 अक्टूबर, 2025
  • हरियाणा, कर्नाटक, उत्तराखंड: 15 अक्टूबर, 2025
  • राजस्थान: 16 नवंबर, 2025

इन तिथियों को देखकर पता चलता है कि अधिकांश राज्यों ने लगभग एक महीने का विंडो दिया है, जबकि कुछ ने सीमित समय‑सीमा रखी है।

उत्तरी प्रदेश (उत्तर प्रदेश) में दावा किया गया 4 अक्टूबर विस्तार

स्थानीय समाचार पोर्टलों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहले डेडलाइन 30 सितंबर, 2025 थी, पर फिर सरकारी अधिसूचना में बदलाव की खबरें आ गईं। अभी तक शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर कोई अद्यतन नहीं मिला, और उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षा अधिकारी (UPSE) की प्रेस रिलीज़ भी धुंधली दिख रही है। इसलिए, कई स्कूल प्रधानाचार्य और कोचिंग सेंटरों ने अभिभावकों को चेतावनी दी है – “डेडलाइन बदलने से पहले हड़बड़ी में ऐप भरें”।

यह बात एक बड़ी उलझन पैदा कर रही है क्योंकि कई छात्र अपने स्कूल के माध्यम से ही फ़ॉर्म प्राप्त करते हैं, और अगर अंतिम तिथि अचानक बदल जाये तो उन्हें अतिरिक्त समय नहीं मिलेगा।

मुख्य कारण और संभावित प्रभाव

डेडलाइन में परिवर्तन अक्सर दो कारणों से होता है:

  1. आवेदन संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि – जब सॉलिसिटेंस बढ़ जाता है, तो कागज़ी कार्य को सॉफ़्टवेयर में बदलने के लिए अतिरिक्त दिन चाहिए होते हैं।
  2. तकनीकी glitches – ऑनलाइन पोर्टल कभी‑कभी सर्वर ओवरलोड या अपडेट के दौरान बंद हो जाता है, जिससे उम्मीद से ज्यादा उम्मीदवारों को असुविधा होती है।

यदि उत्तर प्रदेश में 4 अक्टूबर का विस्तार सच में लागू हो जाता है, तो यह 5‑दिन का अतिरिक्त अवसर देगा, जो कुल 10‑15 % अधिक आवेदकों को समय पर फॉर्म जमा करने में मदद करेगा। दूसरी ओर, अगर यह विस्तार नहीं हुआ, तो छात्रों को देर‑से‑देर 30 सेप्टेम्बर तक तैयार रहना पड़ेगा, जिससे कई ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल असमानता बढ़ सकती है।

प्रमुख हितधारकों की प्रतिक्रियाएँ

शिक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हम सभी राज्यों को समय‑समय पर अपडेट देंगे, लेकिन वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लिए कोई नई आधिकारिक तिथि घोषित नहीं हुई है।”

एक स्थानीय कोचिंग सेंटर के मालिक, श्री राजू सिंह, ने कहा, “भाईजान को सही जानकारी देना हमारा कर्तव्य है, इसलिए हम हर दिन पोर्टल चेक करते हैं। अभी तक अक्टूबर 4 की कोई पुष्टि नहीं मिली, इसलिए हम छात्रों को पहले डेडलाइन के अनुसार तैयारी करने की सलाह देते हैं।”

वहीं, उत्तर प्रदेश के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य, श्रीमती मीना कुमारी, ने कहा, “हमने अभी तक कोई नई नोटिस नहीं पाया, लेकिन हमें छात्रों को समय पर फॉर्म जमा करने के लिए प्रेरित करना पड़ेगा। यदि आधिकारिक परिवर्तन आया तो तुरंत सूचित करेंगे।”

भविष्य की संभावनाएँ और क्या कदम उठाने चाहिए

अभी के लिए सबसे सुरक्षित तरीका है कि उम्मीदवार ऑनलाइन पोर्टल पर लगातार लॉग‑इन रहें, सरकारी घोषणा सुनें, और समय सीमा से कुछ दिन पहले ही अपना दस्तावेज़ अपलोड कर दें। यदि अंत में कोई विस्तार घोषित हो, तो मौजूदा फॉर्म को अपडेट करने की संभावना भी रहती है।

इसके अलावा, अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के अंकों की नयी डूप्लिकेशन, आय प्रमाण पत्र, और पहचान दस्तावेज़ों की कॉपी तैयार रखें। यह छोटे‑स्मॉल काम बाद में बड़ी परेशानी से बचाएगा।

सारांश – क्या आप तैयार हैं?

सारांश में, NMMS 2025 के लिए विभिन्न राज्यों के आवेदन डेडलाइन पहले ही स्पष्ट हो चुके हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की संभावित 4 अक्टूबर का विस्तार अभी भी अनिश्चित है। यदि आप या आपका बच्चा इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो “जल्दी करो, देर नहीं करो” का सिद्धान्त अपनाएं और आधिकारिक पोर्टल पर अपडेट की निगरानी रखें।

Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

उत्तर प्रदेश में NMMS 2025 की आवेदन अंतिम तिथि कब है?

अभी तक शिक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर 4 अक्टूबर, 2025 की नई तिथि की पुष्टि नहीं की है। इस वजह से संभावित आवेदकों को 30 सेप्टेम्बर, 2025 की मौजूदा डेडलाइन को मान लेना चाहिए, जब तक कोई नई सूचना जारी न हो।

NMNM स्कॉलरशिप के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?

उम्मीदवार को कक्षा 8 से कक्षा 9 में प्रोमोशन होना चाहिए, कक्षा 10 में न्यूनतम 60 % अंक (SC/ST के लिये 55 %), वार्षिक परिवार आय ₹3,50,000 से कम, और वे किसी अन्य केंद्र सरकार की स्कॉलरशिप प्राप्त नहीं कर रहे हों। Kendriya Vidyalaya या Jawahar Navodaya Vidyalaya में पढ़ने वाले छात्र पात्र नहीं होते।

यदि मैं समय पर फॉर्म नहीं भर पाया तो क्या विकल्प है?

डेडलाइन के बाद कोई अंतर नहीं दिया जाता, इसलिए देर से आवेदन स्वीकृत नहीं होते। लेकिन आप अगली वर्ष की आवेदन अवधि की तैयारी कर सकते हैं, और वर्तमान में उपलब्ध अन्य छात्रवृत्ति स्कीमों जैसे कि स्टेट लैंगिक छात्रवृत्ति या निजी कोष देख सकते हैं।

डेडलाइन बदलने की संभावना कब तक स्पष्ट हो सकती है?

आमतौर पर केंद्र या राज्य शिक्षा विभाग की आधिकारिक नोटिस आवेदन बंद होने से एक या दो हफ्ते पहले जारी होती है। इसलिए October 1‑2 तक उत्तर प्रदेश की नई तिथि की पुष्टि संभव हो सकती है।

NMMS स्कॉलरशिप के लिए दस्तावेज़ तैयार करने के टिप्स क्या हैं?

आधार कार्ड, स्कूल मार्कशीट, पासपोर्ट साइज फोटो, आय प्रमाण पत्र (सैलरी स्लिप या आय कर रिटर्न) को स्कैन कर रखें और PDF साइज 200 KB से कम रखें। साथ‑ही-साथ एक प्रिंटर की प्रति भी रखें, क्योंकि कभी‑कभी कागज़ी verification की जरूरत पड़ती है।

टिप्पणि

  • Rashi Jaiswal

    सितंबर 29, 2025 AT 22:40

    Rashi Jaiswal

    भाइयों और बहनों, चिंता मत करो! NMMS का एक्स्टेंसन सही दिशा में कदम है, थोड़ा टाइम मिल जाये तो सबको फ़ायदा मिलेगा। जल्दी से दस्तावेज़ इकट्ठा करो और पोर्टल चेक करते रहो, कोई पछतावा नहीं होगा।

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