NASA‑Google साझेदारी की शुरुआत
2005 में NASA और Google के बीच एक समझौता (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर हुए, जिससे दोनों संस्थाएँ एक-दूसरे के साथ अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में निकट सहयोग करने लगीं। समझौते के बाद, Google के संस्थापकों लार्रे पेज और सर्गेई ब्रिन ने Ames Research Center के NASA रिसर्च पार्क में विभिन्न सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति प्राप्त की। यह पार्क विश्व‑स्तर का शैक्षिक और अनुसंधान‑विकास कैंपस है, जहाँ दोनों पक्ष नई तकनीकों को परीक्षण करने और डेटा साझा करने के लिए एक साथ काम करते हैं।
जुलाई 2007 में H211 LLC, जो पेज, ब्रिन और उस समय के CEO एरिक श्मिट द्वारा नियंत्रित थी, और NASA के बीच एक विशेष सौदा हुआ। इस सौदे में Google के शीर्ष अधिकारियों को Moffett Field, जो कि NASA के Ames Center में स्थित एक फ़ेडरल हवाई अड्डा है, पर नौ तक निजी विमानों को बिन‑शुल्क पार्क करने की अनुमति दी गई। यह सुविधा आमतौर पर केवल सरकारी या सैन्य उपयोग के लिये आरक्षित रहती है, इसलिए इसे "सुइटहार्ट डील" कहा गया।
परियोजनाओं और प्रभावों का विस्तृत विश्लेषण
विशेष हवाई अड्डा उपयोग के बदले, Google ने NASA को दो प्रमुख प्रतिबद्धताएँ दीं: सालाना 1.4 मिलियन डॉलर का भुगतान और वायुमंडलीय डेटा का संग्रह। बाद में एक संशोधन के साथ, Google को अंतरिक्ष विज्ञान और एस्ट्रोबायोलॉजी मिशनों में सहायता करने की भी अनुमति मिली। इस सहयोग के फलस्वरूप कई उल्लेखनीय प्रोजेक्ट सामने आए:
- Planetary Content Project: इस सॉफ़्टवेयर ने विज्ञान समुदाय को इंटरनेट के माध्यम से ग्रहीय डेटा प्रकाशित करने में आसानी दी। इसका परिणाम Google Moon प्रोग्राम में उच्च‑रिज़ॉल्यूशन चंद्र चित्र और नक्शे जोड़ना रहा।
- Google Earth में "NASA" लेयर का निर्माण, जिससे उपयोगकर्ता अंतरिक्ष एजेंसी के मिशन डेटा को सीधे मैप पर देख सकते हैं।
- Global Connection प्रोजेक्ट ने Google Earth के "National Geographic" लेयर को समृद्ध किया, जहाँ दुनिया भर की कहानियां और चित्र भू‑संदर्भित रूप में दिखाए गए।
- Google ने NASA को दो Gulfstream जेट्स भी प्रदान किए, जिनका प्रयोग ऑरोइड मेजरॉड शॉर का डेटा एकत्र करने में किया गया।
हालाँकि सभी सहयोग सुगम नहीं रहे। जुलाई 2008 में NASA ने एक यूरोपीय अंतरिक्षयान के पुनः प्रवेश डेटा के लिए Google के जेट का उपयोग करने की योजना बनाई थी, लेकिन वह विमान कैलिफ़ोर्निया के मेयर गैविन न्यूसॉम की शादी के लिए मोन्टाना में ले जाने में इस्तेमाल हो गया। इस घटना ने दिखाया कि व्यावसायिक प्राथमिकताएँ और सरकारी मिशन कभी‑कभी टकरा सकते हैं।
पेज और ब्रिन की कहानी भी इस साझेदारी को समझने में मदद करती है। दोनों ने स्टैनफोर्ड में "BackRub" नामक शोध प्रोजेक्ट से शुरुआत की, जहाँ उन्होंने वेब पेजों के लिंक संरचना का गणितीय विश्लेषण किया। उनका पेपर "The Anatomy of a Large‑Scale Hypertextual Web Search Engine" इतिहास में सबसे अधिक डाउनलोड किए गए वैज्ञानिक दस्तावेज़ों में से एक बन गया और Google के खोज एल्गोरिद्म का आधार बना। इस नवाचारी सोच ने ही उन्हें NASA जैसे संस्थान के साथ अद्वितीय सहयोग की राह पर ले आया।
आज तक, NASA‑Google साझेदारी ने न केवल दोनों कंपनियों को नई तकनीकी सीमाओं तक पहुँचने में मदद की है, बल्कि सार्वजनिक को भी अंतरिक्ष विज्ञान के करीब लाया है। चाहे वह Google Moon पर चंद्र सतह की बारीकी से दिखाया गया चित्र हो, या Google Earth में NASA लेयर के माध्यम से सटीक मिशन डेटा, दोनों संस्थाओं का सहयोग विज्ञान और प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार दे रहा है।