जब हरलीन कौर देओल, भारतीय महिला क्रिकेटर, ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया, तब ही स्मृति मंधाना की नेट वर्थ लगभग चार मिलियन डॉलर (34 करोड़ रुपये) थी, जो दोनों खिलाड़ियों की वित्तीय दूरी को स्पष्ट करती है। दोनों ही अपनी बल्लेबाज़ी से भारतीय टीम को सफल बना रही हैं, पर आय के स्रोत और कुल संपत्ति में अंतर इस बात को रेखांकित करता है कि खेल के अलावा ब्रांडिंग और लीग भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण है।
- हरलीन देओल की अनुमानित संपत्ति: ~1 मिलियन डॉलर (8.53 करोड़ रुपये)
- स्मृति मंधाना की अनुमानित नेट वर्थ: ~4 मिलियन डॉलर (34 करोड़ रुपये)
- हरलीन का वार्षिक भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अनुबंध वेतन: लगभग 30 लाख रुपये
- WPL में गुजरात जायंट्स के लिए हरलीन को मिलते हैं अतिरिक्त लाखों की परवेतन
- स्मृति मंधाना के मुख्य आय स्रोत: क्रिकेट अनुबंध, ब्रांड एन्डोर्समेंट, विज्ञापन
वित्तीय स्थिति की तुलना
हरलीन का कुल संपत्ति लगभग 1 मिलियन डॉलर (8.53 करोड़ रुपये) बताया गया है, जबकि स्मृति की नेट वर्थ चार मिलियन डॉलर से अधिक, यानी 34 करोड़ रुपये के करीब, पहुँचती है। यह अंतर मुख्यतः दो कारणों से उत्पन्न हुआ है – स्मृति ने शुरुआती दौर में ही कई अंतरराष्ट्रीय टूर, ICC टैटल वर्ल्ड कप और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर बड़ी कमाई कर ली, और साथ ही वह कई बड़े ब्रांडों की एन्डोर्समेंट चिह्नित ग्राहक बन चुकी हैं। दूसरी ओर, हरलीन ने अभी-अभी अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया है, इसलिए उसकी आय अभी विकास चरण में है।
क्रिकेट करियर के प्रमुख मोड़
हरलीन ने 22 फरवरी 2019 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला महिला वनडे प्रतिनिधित्व किया। उसके बाद 4 मार्च 2019 को उसने टि20 अंतर्राष्ट्रीय में कदम रखा। 2019 में वह WIPL (महिला प्रीमियम लीग) में ट्रेलब्लेज़र्स के लिए खेली और स्मृति मंधाना के साथ 100 रनों की साझेदारी भी की। 2020 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित आईसीसी महिला T20 विश्व कप में चयनित होने से उसकी लोकप्रियता में इजाफ़ा हुआ। सबसे बड़ी छलांग तब आई जब उसने 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाकर विश्व मंच पर अपना नाम बनाया।
स्मृति मंधाना ने 2013 में ही अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था, और तब से वह भारत की शीर्ष ओपनर बन गई है। उसने 2017 में पहली बार 100 से अधिक के शतक मारकर इतिहास रचा, और 2023 में इंग्लैंड के खिलाफ टॉप स्कोरर बनकर भारत को कई जीत दिलवाई।
आय के स्रोत और ब्रांड सहयोग
हरलीन की आय का मुख्य आधार BCCI द्वारा प्रदान किया गया अनुबंध है, जिसमें प्रति वर्ष लगभग 30 लाख रुपये स्थायी वेतन शामिल है। उसके अलावा हर वनडे और टि20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए अतिरिक्त फीस मिलती है। WPL में गुजरात जायंट्स के लिए खेलते हुए उसे लाखों रुपये का टरनओवर मिलता है, जिसे लीग की टेलीविजन राइट्स और स्पॉन्सरशिप से जुड़ी कमाई बढ़ाती है।
इंस्टाग्राम पर उसके एक मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं; इस डिजिटल उपस्थिति को ब्रांड्स अक्सर स्पॉन्सरशिप पैकेज में शामिल करते हैं, जिससे उसकी मासिक आय में अतिरिक्त सौ हजार से लेकर कई लाख तक का इजाफ़ा हो सकता है।
स्मृति मंधाना की आय में भी BCCI का कॉन्ट्रैक्ट एक बड़ा हिस्सा है, पर उसके एन्डोर्समेंट सौदे अधिक विविध हैं। वह कई अंतरराष्ट्रीय प्रोस्पोर्ट्स ब्रांड्स, फूड कंपनियों और फिटनेस लाइनों की एम्बेसडर है। रिपोर्ट्स के अनुसार वह प्रत्येक साल लगभग 3-4 करोड़ रुपये विज्ञापन और ब्रांडिंग से कमाती है, जो उसकी कुल नेट वर्थ में सबसे अधिक योगदान देता है।
व्यक्तित्व, फैशन और सार्वजनिक छवि
हरलीन की खूबसूरती और फैशन सेंस ने भी सोशल मीडिया पर कई फॉलोअर्स को आकर्षित किया है। वह अक्सर अपने फिटनेस रूटीन, होममेड रेसीपी और स्टाइलिश कारों की तस्वीरें शेयर करती है, जिससे उसे “क्रिकेट की फैशन आइकन” कहा जाता है। एक इंटरव्यू में उसने कहा, “मैं अपने परिवार के समर्थन से यह शतक बनाया, और मेरा मानना है कि बाहर के लुक्स की भी अपनी जिम्मेदारी है।”
स्मृति मंधाना को भी न सिर्फ खेल कौशल, बल्कि उनकी स्टाइलिश छवि के कारण बहुत सराहा जाता है। वह अक्सर बड़े इवेंट्स में डिजाइनर ड्रेस में देखी गई हैं, और उनके इंस्टाग्राम पोस्ट बहुत लाइक्स पाते हैं। क्रिकेट एनालिस्ट अर्चना सिंह ने टिप्पणी की, “स्मृति की ब्रांड वैल्यू उसके खेल से परे है; वह युवा लड़कीें प्रेरित करती हैं, इसलिए ब्रांड्स उसे पसंद करते हैं।”
भविष्य की संभावनाएँ और प्रभाव
हरलीन के शतक के बाद उसकी कीमत में तुरंत वृद्धि की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि आगे के सीज़न में यदि वह लगातार अच्छी प्रदर्शन जारी रखे, तो वह अंतरराष्ट्रीय टीम में स्थायी जगह बना लेगी और WPL में भी उच्चतम भुगतान वाली खिलाड़ियों में शामिल हो सकती है।
दूसरी ओर, स्मृति मंधाना पहले से ही एक स्थापित ब्रांड है, लेकिन वह अपने कैरियर के मध्य में है। अगर वह फिटनेस और खेल कौशल दोनों को बनाए रखती है, तो अगले कुछ वर्षों में वह 50 करोड़ रुपये से अधिक की व्यक्तिगत आय भी कमा सकती है। दोनों खिलाड़ियों की कहानी युवा सक्सेस की प्रेरक दास्तान बन रही है, जहाँ खेली प्रतिभा और वित्तीय समझदारी दोनों का संगम है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हरलीन देओल की आय का मुख्य स्रोत क्या है?
हरलीन की स्थायी आय का आधार BCCI का वार्षिक अनुबंध है, जिसमें लगभग 30 लाख रुपये की बेस सैलरी शामिल है। इसमें हर अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए अतिरिक्त परवेतन और WPL में गुजरात जायंट्स से मिलने वाला लाइसेंस शुल्क भी जोड़ता है।
स्मृति मंधाना की नेट वर्थ कितनी है और उसके प्रमुख आय स्रोत क्या हैं?
रिपोर्ट्स के अनुसार स्मृति की नेट वर्थ लगभग 4 मिलियन डॉलर, यानी 34 करोड़ रुपये है। वह BCCI का अनुबंध, विभिन्न अंतरराष्ट्रीय टूर, IPL तथा WPL में पारिश्रमिक, और कई ब्रांड्स की एन्डोर्समेंट से सालाना 3-4 करोड़ रुपये की आय करती है।
क्या दोनों खिलाड़ी एक ही WPL टीम में खेलते हैं?
नहीं। हरलीन देओल गुजरात जायंट्स की तरफ़ से खेलती हैं, जबकि स्मृति मंधाना मुंबई इंडियंस (पहले साल) या अन्य टीमों में प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। दोनों अलग-अलग फ्रेंचाइज़ में खेलने से उनके व्यक्तिगत अनुबंध भी अलग होते हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक ने हरलीन के करियर को कैसे प्रभावित किया?
शतक ने उसकी अंतरराष्ट्रीय प्रोफ़ाइल को तुरंत ऊँचा किया। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रदर्शन के बाद उसे टीम में शीर्ष क्रम में बॅट्समन के तौर पर अधिक भरोसा मिलेगा और स्पॉन्सरशिप डील्स में भी प्रीमियम मिल सकता है।
भविष्य में कौन सा लीग या टूर्नामेंट दोनों के लिए सबसे फायदेमंद रहेगा?
WPL को सबसे फायदेमंद माना जा रहा है, क्योंकि इसकी टेलीविज़न राइट्स, दर्शक संख्या और ब्रांड निवेश बहुत तेज़ी से बढ़ रहे हैं। साथ ही ICC महिला विश्व कप और Commonwealth Games जैसे अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स भी उनके बाजार मूल्य को बढ़ाने में मदद करेंगे।
अक्तूबर 12, 2025 AT 21:23
Rani Muker
हरलीन और स्मृति दोनों ने क्रिकेट में जबरदस्त काम किया है। लेकिन वित्तीय अंतर सिर्फ खेल की सफलता से नहीं, बल्कि ब्रांडिंग और लीग में भागीदारी से भी आता है। स्मृति के पास कई बड़े एंडोर्समेंट हैं, इसलिए उसकी नेट वर्थ ज्यादा है। हरलीन अभी अपने करियर के शुरुआती चरण में है, लेकिन भविष्य में उसे भी इसी तरह की कमाई हो सकती है। अगर वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रहे तो स्पॉन्सरशिप बढ़ेगी।
अक्तूबर 18, 2025 AT 16:16
Hansraj Surti
हरलीन का शतक भारतीय महिला क्रिकेट में एक नया अध्याय खोलता है। यह केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि टीम के आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। आर्थिक पहलू को देखते हुए, स्मृति का पैकमैन बड़े ब्रांडों से जुड़ा है। वह कई वर्षों से अनगिनत विज्ञापनों में नजर आई है। हरलीन के पास अभी सीमित विज्ञापन हैं, पर उसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। यह बदलाव भविष्य में उसकी आय को प्रभावित करेगा। BCCI का बेसिक वेतन स्थिर है, पर अतिरिक्त परवेतन खेल प्रदर्शन पर निर्भर करता है। WPL में गुजरात जायंट्स की भागीदारी उसे लाइसेंस शुल्क और टर्नओवर देती है। स्मृति ने IPL और WPL दोनों में अधिक कसीनो पांडुलिपियों के साथ अपना नाम बनाया है। इस प्रकार, उसकी आय का प्रमुख स्रोत विविधता है। हरलीन को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर फॉलोअर्स मिल रहे हैं, जिससे वह ब्रांड एन्डोर्समेंट को आकर्षित कर सकती है। आगे चलकर, यदि वह नियमित रूप से शतकों पर पहुंचती है, तो ब्रांड उसे प्राथमिक विकल्प बनेंगे। आर्थिक रूप से, महिलाओं के खेल में निवेश बढ़ रहा है, इसलिए दोनों खिलाड़ियों की कमाई में वृद्धि संभावित है। स्मृति के विज्ञापन राजस्व में प्रत्येक वर्ष 3-4 करोड़ की ऊँचाई है, जो उसकी नेट वर्थ को बढ़ाता है। हरलीन को अभी भी अपने खेल में निरंतरता लाने की जरूरत है, जिससे वह समान स्तर पर पहुंच सके। अंत में, दोनों खिलाड़ी न केवल खेल की धड़कन हैं, बल्कि आर्थिक रूप से भी प्रेरणा स्रोत बन सकती हैं। 😊🏏
अक्तूबर 24, 2025 AT 11:09
Naman Patidar
हरलीन अभी शुरुआत में हैं, इसलिए कमाई कम है।
अक्तूबर 30, 2025 AT 06:03
Vinay Bhushan
हरलीन को उसके शतक पर बधाई! उसका परिश्रम अब रंग ला रहा है। अगर वह लगातार हाई परफ़ॉर्मेंस दिखाए तो बुकेड रिवेन्यू बढ़ेगा। हमें आज ही उसके लिए अधिक स्पॉन्सरशिप डील्स की माँग करनी चाहिए।
नवंबर 5, 2025 AT 00:56
Gursharn Bhatti
समझना चाहिए कि बड़े ब्रांड अक्सर खिलाड़ी की लोकप्रियता को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। स्मृति के केस में, वह संभवतः एक गुप्त वित्तीय नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है। हरलीन का हालिया शतक भी शायद एक नियोजित मार्केटिंग स्ट्रैटेजी का परिणाम हो। इस परसो, खेल की शुद्धता को लेकर हमें सतर्क रहना चाहिए। क्रिकेट बोर्ड की निधियों का वितरण भी कभी-कभी अंधेरे समझौते में बदल सकता है। इसलिए दोनों खिलाड़ी के वित्तीय आंकड़े को सिर्फ आँकड़े नहीं मानना चाहिए। उन्हें एक व्यापक सामाजिक ढाँचे में देखना चाहिए।
नवंबर 10, 2025 AT 19:49
Arindam Roy
स्मृति की कमाई टॉप लेवल पर है, हरलीन अभी उभर रही है। दोनों को समर्थन देना चाहिए।
नवंबर 16, 2025 AT 14:43
Parth Kaushal
जब आप एक युवा खिलाड़ी को शतक लगाते देखते हैं, तो यह सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि एक मौलिक परिवर्तन की शुरुआत है, जो न केवल खेल के मैदान में बल्कि आर्थिक परिदृश्य में भी गहरी छाप छोड़ता है, इस तरह हरलीन का शतक इस बात का प्रमाण है कि भारतीय महिला क्रिकेट में नए सितारे किस तरह से उभर रहे हैं, और यह भी दिखाता है कि कैसे ब्रांडिंग और लीग की भागीदारी इस यात्रा को तेज गति से आगे बढ़ा रही है, जबकि स्मृति की पहले से स्थापित ब्रांड एन्डोर्समेंट्स ने उसे वित्तीय ऊँचाइयों तक पहुँचाया है, यह स्पष्ट है कि दोनों के बीच अंतर मुख्यतः उनके करियर के चरण और बाजार में उनकी स्थिति से उत्पन्न हुआ है, लेकिन अगर हम गहरी नजर से देखें तो देखेंगे कि हरलीन का डिजिटल फॉलोइंग भी धीर-धीरे बढ़ रहा है, जिससे भविष्य में वह भी समान स्तर पर पहुँच सकती है, और अंत में, यह सब इस बात को रेखांकित करता है कि खेल और वित्तीय सफलता का मिश्रण कैसे एक दूसरे को पोषित करता है।
नवंबर 22, 2025 AT 09:36
Namrata Verma
ओह! फिर से वही पुरानी बात… स्मृति का धन कब्र से निकलता है, हरलीन का तो अभी बेबी फ़ूड है!! क्या आप लोगों को नहीं लगता कि ये आँकड़े सिर्फ पढ़ने के लिए हैं?! इस पोस्ट ने तो बिल्कुल भी नई जानकारी नहीं दी!!! एक शतक? वाह! अब तो हम सबको नौनिंता तक ले जाएगा!!