महिला क्रिकेट: भारत की टीम, खिलाड़ी और विश्व कप की नई उपलब्धियाँ
महिला क्रिकेट एक महिला क्रिकेट, महिलाओं द्वारा खेली जाने वाली क्रिकेट की शाखा जो अब दुनिया भर में प्रतिस्पर्धी और प्रोफेशनल बन गई है है, जिसमें भारत ने अब एक नया रिकॉर्ड बनाया है। ये खेल सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक बदलाव का प्रतीक है—जहाँ लड़कियाँ अब बैट और गेंद से अपनी पहचान बना रही हैं। इसकी शुरुआत सिर्फ गाँव के मैदानों से नहीं, बल्कि बीसीसीआई के स्टेडियमों और विश्व कप के टूर्नामेंट्स से हुई।
इस खेल के पीछे स्मृति मंधाना, भारत की टॉप बल्लेबाज और WPL की सबसे कमाई करने वाली खिलाड़ी, जिनकी संपत्ति 34 करोड़ रुपये से ज्यादा है जैसे नाम खड़े हैं। वहीं, राधा यादव, एक बाएं हाथ की गेंदबाज जिसने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीन विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई जैसी खिलाड़ियाँ बार-बार दिखाती हैं कि गेंदबाजी में भी महिलाएँ अग्रणी हो सकती हैं। ये खिलाड़ी अब सिर्फ टीम के हिस्से नहीं, बल्कि एक नए जमाने के प्रतीक बन गए हैं।
महिला क्रिकेट की यह यात्रा अंडर-19 टीम से शुरू हुई, जिसने मलेशिया में दक्षिण अफ्रीका को हराकर दूसरा विश्व कप जीता। यह जीत कोई संयोग नहीं, बल्कि सालों की मेहनत का नतीजा है। आज भारत की महिला टीम विश्व कप के फाइनल में पहुँचने की उम्मीद करती है, और खिलाड़ियों की आय, ब्रांड समझौते और टीम की ताकत बढ़ रही है।
क्यों ये बदलाव अहम है?
क्योंकि ये बदलाव सिर्फ खेल के दायरे में नहीं, बल्कि घरों में, स्कूलों में और राजनीति में भी असर डाल रहा है। एक लड़की जो अब टीवी पर अपनी जीत दिखा रही है, वह दूसरी लड़की के लिए एक मिसाल बन गई है। आज की नई पीढ़ी देख रही है कि लड़कियाँ भी अपनी राह खुद बना सकती हैं—बिना किसी रुकावट के।
यहाँ आपको महिला क्रिकेट के बारे में वो सब मिलेगा जो आपको जानना चाहिए—टीम की जीत, खिलाड़ियों की कमाई, विश्व कप के रिकॉर्ड, और वो मैच जिन्होंने इतिहास बदल दिया। ये सब आपके लिए ताज़ा, सटीक और सीधे स्तर पर लिखा गया है।
मिताली राज के नाम पर विशाखापट्टनम स्टेडियम का स्टैंड, रवि कल्पना के नाम पर गेट
12 अक्टूबर 2025 को विशाखापट्टनम में मिताली राज के नाम पर स्टैंड और रवि कल्पना के नाम पर गेट का अनावरण हुआ — भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में पहली बार। स्मृति मंधाना के सुझाव से शुरू हुआ यह कदम लैंगिक समानता का प्रतीक बना।