Maruti Suzuki के शेयरों में पांच सालों की सबसे बड़ी उछाल
सोचिए, एक ही दिन में किसी कंपनी के शेयरों में करीब Maruti Suzuki जैसी 9% की छलांग लग जाए तो क्या हलचल मचती होगी! 18 अगस्त 2025 को ठीक यही हुआ भारत की सबसे बड़ी कार कंपनी मरुति सुजुकी के साथ। कंपनी के शेयर 12,920 रुपये से बढ़कर 14,075 रुपये पर बंद हुए। इसने कंपनी की मार्केट वैल्यू को 4.42 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा दिया। जिस तेजी का बाजार पिछले कुछ साल से इंतजार कर रहा था, वह अचानक देखने को मिली।
इतना बड़ा उछाल सिर्फ तकनीकी कारणों से नहीं, मार्केट में इस चर्चा की वजह से आया कि सरकार GST को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है। अब कारों पर 28% की बजाय सिर्फ 18% GST लगे, तो बात कहां से कहां पहुंच जाएगी।
GST कटौती की अफवाह से बढ़ी गहमागहमी, Maruti Suzuki को मिला सबसे ज्यादा फायदा
रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सरकार छोटी कारों (1,200cc पेट्रोल और 1,500cc डीजल इंजन तक) पर GST घटाने पर विचार कर रही है। इससे छोटी कारें, खास कर मारुति की ज्यादातर गाड़ियां, और सस्ती हो जाएंगी। भारतीय बाजार में मारुति की पहचान हमेशा बजट सेगमेंट में रही है — ऑल्टो से लेकर स्विफ्ट और बलेनो, इन सबकी ब्रिकी में सबसे बड़ा हिस्सा इन्हीं गाड़ियों का है। अगर GST कम होता है, तो सेंटर और स्टेट टैक्स मिलाकर जो बड़ी रकम लोग चुकाते हैं, उसमें सीधा 10% की बचत हो सकती है।
ब्रोकरेज हाउस भी इसी लाइन पर चले। मॉर्गन स्टेनली और नोमुरा जैसे फर्म्स ने कहा, इस फैसले से मारुति सुजुकी सबसे बड़ा लाभार्थी साबित हो सकती है। निवेशकों को ऑटो सेक्टर के अगले कुछ महीने बहुत अच्छे नजर आ रहे हैं।
GST कलेक्शन में ऑटो का 14% हिस्सा है। अर्थव्यवस्था का सीधा हिसाब है — जब टैक्स कम, कीमत कम, तो ग्राहकों की भीड़ बढ़ती है। 2008 में भी जब टैक्स गिरे थे, तो कारों की बिक्री में 20% का धमाकेदार उछाल देखा गया था। यही सोचकर इस बार भी 15% से 20% तक तेजी के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
19 अगस्त 2025 को भी मारुति के शेयर ने तेज़ी जारी रखी और 14,250 रुपये को छू लिया। हफ्ते भर में निवेशकों को करीब 11% का फायदा हो चुका था।
फिलहाल बाजार की नजर अब इस बात पर टिक गई है कि सरकार सच में GST कम करने जा रही है या ये सिर्फ अफवाह है। मगर इतना साफ है, अगर राहत मिली, तो आपके-हमारे लिए कार खरीदना काफी आसान हो सकता है। सबकी निगाहें अब अगली सरकारी घोषणा पर टिकी हैं।
अगस्त 19, 2025 AT 18:53
Hariom Kumar
वाह! ये तो बहुत बढ़िया खबर है! 🚀
अगस्त 19, 2025 AT 19:26
shubham garg
सच में, मारुति की शेयरों की धूम अब नई ऊंचाइयों को छू रही है। छोटे कारों पर GST घटने से कीमत और भी किफ़ायती हो जाएगी। इससे आम देखने वालों को बड़ी राहत मिल सकती है। चलो, इस मूव को फॉलो करते हैं!
अगस्त 19, 2025 AT 19:59
LEO MOTTA ESCRITOR
मारुति सुजुकी की आज की स्टॉकस्पाइक बाजार में कई सवाल उठाती है। सबसे पहले, यह स्पष्ट है कि टैक्स नीति में बदलाव निवेशकों के मन में आशा की लहर लाता है। जब GST घटाया जाता है तो वस्तु की अंतिम कीमत में सीधा असर पड़ता है। छोटी कारें, जो भारत की राहगीरों की पसंद हैं, वे और भी किफ़ायती हो जाती हैं। इस किफ़ायतीपन से न केवल पहली बार कार खरीदने वाले, बल्कि मौजूदा कार मालिक भी अपग्रेड करने पर विचार करेंगे। इतिहास ने हमें सिखाया है कि टैक्स कटौती के बाद बिक्री में तेज़ी आती है, जैसे 2008 में देखा गया था। वर्तमान में, मारुति के पास बजट सेगमेंट में सबसे बड़ा बाजार हिस्सा है, इसलिए इसे सबसे अधिक फायदा मिल सकता है। निवेशकों के लिए इसका मतलब है कि शेयरों की कीमतें जल्दी से ऊपर जा सकती हैं। फिर भी, इस उछाल का स्थायित्व सरकार की अंतिम घोषणा पर निर्भर करेगा। अगर अनिश्चितता बनी रहती है, तो बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। दूसरी ओर, यदि GST आधी घटाने की बात पक्की हो जाती है, तो मारुति के मुनाफे में स्पष्ट वृद्धि होगी। यह वृद्धि अंततः शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न देगी। आर्थिक दृष्टिकोण से देखें तो टैक्स में कमी से ग्राहक की ख़र्च करने की इच्छा बढ़ती है। इससे ऑटोमोटिव सेक्टर में उत्पादन और निर्यात दोनों को लाभ मिलता है। समाज में कारों की पहुँच बढ़ेगी और यह राष्ट्रीय आर्थिक विकास में योगदान देगा। इस सारे परिप्रेक्ष्य में, हमें धैर्य रख कर स्थितियों को नज़र में रखना चाहिए।
अगस्त 19, 2025 AT 20:33
Sonia Singh
सही बात कह रही हो, व्यक्तिगत तौर पर मैं भी इस बात से सहमत हूँ। इस तरह के बदलावों से बाजार में नई ऊर्जा आती है।
अगस्त 19, 2025 AT 21:06
Ashutosh Bilange
यार देखो, इस सारा हंगामा तो पहले भी हुआ था, पर अब क्यूँ इतना बड़का? लोग आजकल हर चीज़ को हेडलाइन बना लेते हैं। सच्चाई तो यही है कि GST घटाने से मुनाफा बढ़ेगा, पर फॉलो अप नहीं हुआ तो सब फजूल।
अगस्त 19, 2025 AT 21:39
Kaushal Skngh
सही है, पर देखेंगे असली असर कब आते हैं।