मनन चक्रवर्ती

लेखक

कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के विशेष फिल्म निर्माता: गुरु प्रसाद का अचानक निधन

कन्नड़ फिल्म जगत के दबंग फिल्म निर्माता और राज्य पुरस्कार विजेता, गुरु प्रसाद, का निधन हो गया। उन्हें बेंगलुरु के बाहरी इलाके मदनायकनहल्लि स्थित अपने घर में मृत पाया गया, जिससे फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई। यह घटना तब प्रकाश में आई जब उनके पड़ोसियों को उनके फ्लैट से दुर्गंध आई और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो उनकी लाश बुरी तरह सड़ी गली हालत में पाई गई। इस स्थिति से लगता है कि उनकी मौत दो-तीन दिन पहले हो चुकी थी।

आर्थिक समस्याओं से जूझते गुरु प्रसाद

गुरु प्रसाद की व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी में आर्थिक समस्याओं ने उन्हें मानसिक रूप से तनाव में डाल रखा था। उनकी आखिरी फिल्म *रंगनायका*, जिसमें अनुभवी अभिनेता जग्गेश ने मुख्य भूमिका निभाई थी, बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी। इस फिल्म के प्रदर्शन से उत्पन्न वित्तीय परेशानियाँ संभवतः उनके इस कठिन निर्णय के पीछे का मुख्य कारण रही होंगी। हालांकि, गुरु प्रसाद का फिल्मी सफर प्रशंसा और उत्साह से भरपूर था।

फिल्मी सफर: प्रतिष्ठा और चुनौती

पिछले तीन दशक से अधिक समय से कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय, गुरु प्रसाद ने पॉल्ट्री वैज्ञानिक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। मगर अपनी फिल्मों के प्रति जुनून के चलते उन्होंने फिल्म निर्देशन को अपना करियर बनाने का निर्णय किया। उनका पहला निर्देशन *मठ* पर आधारित फिल्म *माला* थी जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया और उन्हें अपने अभिनय के लिए जग्गेश को कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार दिलाया।

गुरु प्रसाद की दूसरी फिल्म, *एड़ीमनजुनाथ*, न केवल तार्किकता और हास्य के कारण बड़ी हिट बनी, बल्कि इसने उन्हें सर्वश्रेष्ठ पटकथा का राज्य पुरस्कार भी दिलाया। फिर भी, उन्हें कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जैसे कि *डायरेक्टर स्पेशल* और *एराडेने साला* जैसी फिल्मों की असफलता।

दिलचस्प और उल्लेखनीय अंदाज

गुरु प्रसाद अपने अद्वितीय गहरे हास्य और वयस्क हास्य के लिए जाने जाते थे, जो उनकी फिल्मों की विशेषता हुआ करती थी। उन्होंने लोकप्रिय कार्यक्रम *कन्नड़ादा कोटियाधिपति* के लिए स्क्रिप्ट और संवाद भी लिखे, जिसे प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत राजकुमार ने होस्ट किया था।

फिल्म जगत में अपूरणीय क्षति

गुरु प्रसाद का यूं अचानक चले जाना कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके निधन से न केवल उनके परिवार में बल्कि उनके प्रशंसकों और सहयोगियों में भी दुख फैल गया है। उन्हें हमेशा उनके नवाचारी विचारों और फिल्मों में दिखाई जाने वाली हास्यप्रद शैली के लिए याद किया जाएगा।

जो लोग मानसिक तनाव या संघर्षों से जूझ रहे हैं, उनके लिए सहायता उपलब्ध है। ऐसे व्यक्तियों के लिए 'आरोग्य सहायता वाणी' नंबर 104 पर सहायता प्राप्त की जा सकती है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करनी अति आवश्यक है।

फेसबुक पर सांझा करें ट्विटर पर पोस्ट करें लिंक्डइन पर पोस्ट करें Reddit पर पोस्ट करें

एक टिप्पणी लिखें

समान पोस्ट