मनन चक्रवर्ती

लेखक

भारत ने तीसरे टी20 में धाकड़ जीत दर्ज की

चैन्नई के एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम टी20 मुकाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम को 10 विकेट से पराजित किया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने तीन मैचों की इस सीरीज को 1-1 से बराबरी पर समाप्त किया।

हिंदुस्तान की कप्तानी हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना चुना। इस फैसले को सही साबित करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। विशेषकर, पूजा वस्त्रकार ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए चार विकेट चटकाए, जबकि राधा यादव ने केवल 6 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। इस प्रभावशाली गेंदबाजी प्रदर्शन के चलते दक्षिण अफ्रीकी टीम मात्र 84 रनों पर ढेर हो गई।

पूजा वस्त्रकार और राधा यादव का जलवा

पूजा वस्त्रकार और राधा यादव की घातक गेंदबाजी ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को संभलने का मौका ही नहीं दिया। वस्त्रकार ने जहां सूझ-बूझ भरी गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए, वहीं राधा यादव की फिरकी ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर कहर बरपाया। राधा यादव ने 3 विकेट चटकाए जिनमें से दो गंेद आउटस्ड़कैच से किए गए। उनके इस प्रदर्शन ने भारतीय टीम की जीत की लगभग नींव रख दी।

सलामी जोड़ी ने दिखाया दम

सलामी जोड़ी ने दिखाया दम

लक्ष्य के पीछा करने उतरी भारतीय टीम की सलामी जोड़ी, स्मृति मंधाना और शफाली वर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। स्मृति मंधाना ने 54 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी इस पारी में 8 चौके और 2 छक्के शामिल थे। शफाली वर्मा भी अच्छे लय में दिखीं और 27 रनों की नाबाद पारी खेली। दोनों ने मिलकर बड़े आत्मविश्वास के साथ 85 रनों का लक्ष्य बिना कोई विकेट खोए सिर्फ 8.2 ओवरों में हासिल कर लिया।

क्रम की शुरुआत: टॉस और शुरुआत

टॉस हरमनप्रीत कौर ने जीता और पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। यह फैसला महत्वपूर्ण साबित हुआ क्योंकि भारतीय गेंदबाजों ने इसे सही साबित कर दिया। शुरुआती ओवरों में ही स्ट्राइक गेंदबाजों ने प्रतिद्वंद्वी टीम पर दबाव बनाया और लगातार विकेचट चटकाए। यही नहीं, फील्डरों का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा जिसने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को बांधकर रखा।

संघर्ष और संघर्ष का अंत

दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरुआत में ही झटके लगने शुरू हो गए थे। टीम के बल्लेबाज नोट आउट होते रहे और पचकारों सभलने का मौका नहीं मिला। एक समय लगता था कि शायद वे 100 रन भी नहीं जुटा पाएंगे और अंततः ऐसा ही हुआ। भारतीय गेंदबाजों के आक्रमण के समक्ष सभी प्रयास विफल रहे और टीम के लिए संघर्ष का अंत 84 रनों पर हो गया।

फील्डिंग में शानदार प्रदर्शन

भारतीय टीम की फील्डिंग भी उम्मीद से परे अच्छी रही। हर कैच और रन आउट के मौके को अच्छे से भुनाया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि नकदी दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज जोखिम लेने से घबराने लगे और सावधानी से खेलने की कोशिश में लगातार विकेट गंवाए। इस तरह से भारतीय फील्डिंग ने गेंदबाजों का पूरा साथ दिया और टीम की जीत सुनिश्चित की।

मंधाना और वर्मा का बेहतरीन खेल

मंधाना और वर्मा का बेहतरीन खेल

जवाब में भारतीय सलामी बल्लेबाजों, स्मृति मंधाना और शफाली वर्मा ने किसी भी मौके पर प्रतिद्वंद्वी गेंदबाजों को हावी होने का मौका नहीं दिया। दोनों ने आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी करते हुए गेंदों को सीमा रेखा के पार भेजा। उनके शॉट चयन में उत्तमता और सटीकता नजर आई। विशेषकर मंधाना ने एक बेहतरीन पारी खेली, जिसमें उन्होंने 8 चौके और 2 छक्के जड़ते हुए 54* रन बनाए।

दूसरे टी20 का जलाभाव

तीन मैचों की इस सीरीज का दूसरा मुकाबला बारिश की वजह से रद्द कर दिया गया था। इसके बावजूद श्रृंखला का परिणाम दोनों टीमों के लिए संतोषजनक रहा। मौसम की वजह से प्रभावित इस सीरीज में तीसरा मुकाबला निर्णायक साबित हुआ और भारतीय टीम ने अपनी प्रतिभा का प्रमाण एक बार फिर दिया।

इस विजय के साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने खेल और धैर्य का प्रदर्शन करते हुए अपनी शक्ति को साबित किया। मैच के बाद सभी खिलाड़ी खुश नजर आईं और यह जीत भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी उत्साहजनक रही।

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