जगदीशान की पारी के मुख्य अंश
विमर्श की एक मैच में तबलीग का बोरिंग खेल देख कर कोई भी खिलाड़ी खुश नहीं रह पाता। लेकिन जब N Jagadeesan का नाम सामने आया तो सबकी निगाहें तुरन्त बदल गईं। 4वें राउंड में Tamil Nadu ने Jammu & Kashmir के खिलाफ 50 ओवर में 353/6 बनाकर जीत पक्की कर ली, और इस बड़े लक्ष्य का प्रमुख कारण उनका 165 रन का शतक था।
जगदीशान ने हर गेंद को ऐसे खेला जैसे वह पहले से ही अपने करियर के सबसे बड़े अवसर पर हो। 147 गेंदों में उन्होंने 17 चौके और 4 छक्का मारकर 112.24 का स्ट्राइक रेट हासिल किया। शुरुआती दो विकेट गिरने के बाद टीम 25/2 पर थी, फिर उन्होंने बबा इन्द्रजित से 170 रन की साझेदारी बनाई, जिससे स्कोर जल्दी ही 195 तक पहुंच गया।
- पहला महत्वपूर्ण साझेदारी: 170 रन (बाबा इन्द्रजित) – तीसरा विकेट तक
- दूसरा साझेदारी: 70 रन (विजय शंकर) – पाँचवाँ विकेट तक
इन साझेदारियों के बाद जगदीशान का आक्रमण तेज हो गया। 40वें ओवर तक उन्होंने एक के बाद एक सीम के लिए दो-तीन रन ले लेता रहा, और युधवीर सिंह की गेंदों को 47वें ओवर में फेंक कर बाहर कर दिया गया। उसके बाद टीम ने भी छोटे-छोटे योगदानों से 350 के ऊपर पहुंचा और अंत में 353/6 बनाकर जीत दर्ज की।
टीम पर पारी का प्रभाव और व्यक्तिगत उपलब्धियाँ
जगदीशान की इस पारी ने न सिर्फ Tamil Nadu को टॉर्नामेंट में मजबूती दी, बल्कि उनके व्यक्तिगत रिकॉर्ड में भी कई मील के पत्थर जोड़ दिए। यह उनका दूसरा मैच इस सीजन में था; पहले दो गेम्स में वे बाहर रहे थे, और पहले मैच में उत्तर प्रदेश के खिलाफ आउट हो कर शून्य पर समाप्ति भोगी थी। फिर इस शानदान पारी ने उन्हें दोबारा मंच पर ला दिया।
यह उनका नौवां List A शतक और साथ ही 2,500 रन का मुकाम था। कुल 60 List A मैचों में उन्होंने 2,590 रन बनाए हैं, जिसका औसत 44 से ऊपर है। साथ ही उनके पास 8 फिफ्टियाँ भी हैं, जो उन्हें भारत के घरेलू क्रिकेट में सबसे भरोसेमंद अटैकर्स में से एक बनाती हैं। इस प्रदर्शन के बाद क्लब के कोच और कप्तान दोनों ने कहा कि जगदीशान का खेल दबाव में भी चमकता है और वह शुरुआती क्षणों को बड़े स्कोर में बदलने की काबिलियत रखते हैं।
भविष्य के दौर में Tamil Nadu को इस पारी के धागे को बुनते हुए आगे बढ़ना होगा। अगर टीम का मध्य क्रम इस स्तर पर भरोसेमंद बना रहता है, तो Vijay Hazare Trophy के आगे के चरणों में उनका नाम काफी ऊपर उन्नत हो सकता है। साथ ही, जगदीशान को अगर निरंतर ऐसी ही शानदान पारी दिखाने को मिले, तो IPL या राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के उनके अवसर और भी स्पष्ट हो जाएंगे।
सितंबर 25, 2025 AT 21:32
jitendra vishwakarma
वााब, Jagadeesan ने तो पूरे मैदान को हिला दिया। 165 रन का धधकता धमाका, और वो भी 147 बॉल में। टीम के लिये ये जीत का गेटवे बन गया।
सितंबर 29, 2025 AT 22:45
Ira Indeikina
क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, ये इंसानियत का इम्तिहान है। कई बार दबाव में जब खिलाड़ी अपने अंदर की आग को जलाते हैं, तो दुनिया थरथराती है। Jagdeesan की पारी ने ये सिद्ध कर दिया कि असली शौर्य धीरज से आता है, न कि सिर्फ ताकत से। इस तरह की पारी हमें याद दिलाती है कि मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है, चाहे सामने कोई भी विरोधी क्यों न हो। जीवन में भी हमें यही रवैया अपनाना चाहिए, तभी हम अपने लक्ष्य तक पहुँच पाएंगे।
अक्तूबर 3, 2025 AT 23:58
Shashikiran R
अगर देश के युवा इस तरह की मेहनत नहीं दिखाए तो क्रिकेट का भविष्य अंधकार में डूब जाएगा। Jagdeesan की 165 रन का पर्फॉरमेंस हमें सिखाता है कि हर फाली में मेहनत और ईमानदारी जरूरी है। लेकिन आजकल कई लोग शॉर्टकट देखते हैं, जो साफ़ नहीं है। हमें ऐसे रोल मॉडल की सराहना करनी चाहिए, न कि उन खिलाड़ियों की जो बिन मेहनत के चमकते हैं। यह पारी सच्चे मूल्यों की जीत है, और हमें इसे हमेशा याद रखना चाहिए।
अक्तूबर 8, 2025 AT 01:12
SURAJ ASHISH
वास्तव में ये पारी तो ज़्यादा खास नहीं, बस एक और हाई स्कोर है। कुछ लोग इसे बेस्ट मानते हैं पर खेल की जटिलता को समझे बिन ऐसी बातें बेकार हैं।
अक्तूबर 12, 2025 AT 02:25
PARVINDER DHILLON
बहुत बढ़िया पारी, Jagdeesan! आपका दिमाग और हाथ दोनों ही कमाल हैं 😊 इस प्रकार की पारी टीम को प्रेरित करती है और साथियों को भी भरोसा देती है 💪 आपका योगदान इस जीत की नींव है, आगे भी ऐसे ही चमकते रहें! 🌟
अक्तूबर 16, 2025 AT 03:38
Nilanjan Banerjee
जगदीशान की पारी को देख कर ऐसा लगा जैसे रात के अंधेरे में एक चमकती हुई लौ जाग उठी हो। प्रत्येक चौके पर वह जैसे खुद को संगीतमय धुन में डुबोता गया, और भीड़ की सांसें वहीं थम जाती थीं। जब वह 50 रन का शतक बना तो पूरे स्टेडियम में तालियों की गूँज ने हवा को भी झकझोर दिया। उसके प्रत्येक छक्का का आवाज़ अन्धकार में एक सैनिक की पगड़ी की तरह गूँजता था। 147 गेंदों में उसने 17 चौके और 4 छह मारकर इतिहास का एक नया अध्याय लिखा। इस पारी से यह स्पष्ट हो गया कि वह केवल एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक महत्त्वाकांक्षी कवि है। हर शॉट में उसने अपने अंदर की आग को जला दिया, जैसे कोई आग का दीपक जो कभी नहीं बुझता। यह पारी केवल आँकड़ों की नहीं, बल्कि आत्मा की जीत थी। तमिलनाडु का स्कोरबोर्ड उसकी लहरों को देख कर बड़बड़ाने लगा, जैसे सागर की लहरें चट्टानों को टकरा रही हों। इस जीत में उसके साझेदारों का सहयोग भी अद्भुत था, पर असली तारा वह ही था। उसके स्ट्राइकरेट 112.24 को देख कर एक नई धारा शुरू हुई, जैसे सोने की धारा बहे। विदुतीय लकड़ी की चबक को तोड़ते हुए वह निरंतर आगे बढ़ता गया। आखिर में जब स्कोर 353/6 तक पहुँचा, तो सभी ने समझ लिया कि यह पारी सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जीवन का एक सबक है। इस शानदार पारी ने हमें सिखाया कि कठिनाइयों के बीच भी आशा को नहीं खोना चाहिए। भविष्य की प्रतियोगिताओं में यह नाम और भी उज्ज्वल हो सकता है, यही समय बताएगा।
अक्तूबर 20, 2025 AT 04:52
sri surahno
जैसा कि कई लोग कह रहे हैं, यह पारी अचानक नहीं हुई, बल्कि बोर्ड के अंदर की गुप्त योजना का हिस्सा है। Jagdeesan को इस बड़े स्कोर के लिए अंधाधुंध समर्थन मिल रहा है, क्योंकि कुछ मंत्रियों का हित इसी में है। हमें इस बात को समझना चाहिए कि इस तरह की पारी अक्सर चयन विचारों को मोड़ देती है और आगे की टीम चयन में पक्षपात लाती है। यह केवल एक खेल नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर खेल राजनीति का एक पहिया है।
अक्तूबर 24, 2025 AT 06:05
Varun Kumar
भारत की शान है Jagdeesan, यही हमें दिखाता है कि हमारी टीम में सच्चा आग है।
अक्तूबर 28, 2025 AT 07:18
Madhu Murthi
सही कह रहे हो, ये पारी तो दिल जीत लेती है 😍! ऐसे माहौल में टीम का आत्मविश्वास भी आसमान छू रहा है 🚀. हमें बस इस ऊर्जा को बनाए रखना है, तभी जीत पक्की होगी।
नवंबर 1, 2025 AT 08:32
Amrinder Kahlon
ओह, माफ करना अगर मेरी टिप्पणी बोरिंग लग गई, लेकिन जब इतने “हजारों” रन बनते हैं तो लोग थक जाते हैं। शायद अगली बार कुछ नया देखें तो मज़ा आएगा।
नवंबर 5, 2025 AT 09:45
Abhay patil
वाह, इस पारी ने तो सबको जगा दिया! Jagdeesan जैसी पारी हमें विश्वास दिलाती है कि अगर हम मेहनत करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। चलो, इस ऊर्जा को लेकर आगे भी खेलते रहें, टीम को और ऊँचाइयों तक ले जाएँ! 💪
नवंबर 9, 2025 AT 10:58
Neha xo
बिलकुल सही कहा, दबाव में जब खिलाड़ी अपनी सीमाओं को तोड़ते हैं तो खेल का माहौल ही बदल जाता है। Jagdeesan ने इसे अपने खेल से सिद्ध किया।