DLS (Duckworth‑Lewis‑Stern) का परिचय और महत्व

जब बात DLS, Duckworth‑Lewis‑Stern विधि की आती है, तो अधिकांश क्रिकेट फैन तुरंत समझते हैं कि यह ऐसी गणना है जो बारिश या कोई भी रोक‑टोक के बाद लक्ष्य स्कोर को सही बनाती है। अक्सर इसे डक्स‑लेविस‑स्ट्रन कहा जाता है। इस विधि का मुख्य काम दो टीमों के बीच संतुलन बनाना है, ताकि कम ओवर वाली टीम को भी मायने रखे गए रन मिलें।

यहाँ क्रिकेट, भारत में सबसे लोकप्रिय खेल से जुड़ी सभी बातें DLS के कारण आसान हो जाती हैं। जब भी बारिश रेन, वर्षा या बूंदाबांदी के रूप में मैदान पर गिरती है, तो मैच रोक जाता है और पारंपरिक लक्ष्य बेकार हो जाता है। DLS इस स्थिति में दो टीमों के संसाधनों—गेंदों की संख्या और स्कोर की संभावना—को आँकड़ा‑आधारित रूप से फिर से संतुलित करता है।

कैसे DLS काम करता है? मुख्य घटक और प्रक्रिया

DLS तीन प्रमुख घटकों पर आधारित है: उपलब्ध ओवर, बचे हुए विकेट, और स्कोरिंग रेट। सबसे पहले सिस्टम वर्तमान ओवर और बचे हुए विकेट को देखता है, फिर एक जटिल गणितीय मॉडल से अनुमान लगाता है कि बची हुई overs में कौन‑सा औसत स्कोर बन सकता है। इसके बाद वह पहले टीम के वास्तविक स्कोर को इस संभावित स्कोर से तुलना करके नया टार्गेट तय करता है। इस प्रक्रिया में weather forecast जैसे मौसम पूर्वानुमान डेटा का भी उपयोग हो सकता है, खासकर जब मैच दो‑तीन बार रुक‑रुक कर फिर शुरू होता है।

ICC ने 2014 में यह विधि आधिकारिक तौर पर अपनाई, और 2020 में इसे अद्यतन कर Duckworth‑Lewis‑Stern बनाया गया। इस अद्यतन में T20, ODI और प्रथम‑क्लास टेस्ट‑जैसे फॉर्मेट का ध्यान रखा गया, इसलिए हर फॉर्मेट में DLS अलग‑अलग पैरामीटर इस्तेमाल करता है। उदाहरण के तौर पर, T20 मैच में हर ओवर का महत्व ODI से अधिक होता है, इसलिए DLS इस बात को भी शामिल करता है।

जब आप इस पेज पर नीचे दी गई लेख‑सूची पढ़ते हैं, तो आप देखेंगे कि DLS कैसे विभिन्न मैचों में लागू हुआ: चाहे वह कोल्डप्ले कॉन्सर्ट टिकट के बैनर की तरह हाई‑प्रोफ़ाइल केस हो या एशिया कप जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता। ये केस इस बात को रेखांकित करते हैं कि DLS न सिर्फ क्रिकेट में, बल्कि किसी भी स्पोर्ट्स इवेंट में जहाँ समय‑सीमा या संसाधन बदलते हैं, उपयोगी हो सकता है।

एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि DLS का उपयोग स्थानीय लीग से लेकर विश्व कप तक हर स्तर पर होता है। उदाहरण के लिए, भारत महिला टीम के न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जीत में अगर बारिश आ जाती, तो DLS नई लक्ष्य सीमा बनाता जिससे टीम को रणनीति बदलनी पड़ती। इस तरह के व्यावहारिक उदाहरणों को आप अगले लेखों में पाएँगे, जहाँ विशिष्ट मैचों के आँकड़े और DLS गणना को विस्तार से समझाया गया है।

आपको यह भी जानना चाहिए कि DLS को अक्सर ‘target‑adjustment algorithm’ कहा जाता है। यह शब्द दर्शाता है कि यह केवल एक संख्या नहीं, बल्कि एक पूरी प्रणाली है जो दो टीमों के खेलने के अवसरों को समान बनाती है। इसलिए जब आप मैच की पूर्व‑भविष्यवाणी या विश्लेषण पढ़ते हैं, तो देखिए कि लेख में DLS का उल्लेख है या नहीं— यह दर्शाता है कि लेख पूरी तरह से संतुलित जानकारी दे रहा है।

भविष्य की बात करें तो DLS के आगे भी विकास की संभावना है। डेटा‑साइंस और मशीन‑लर्निंग तकनीकें अब मौसम‑डेटा और खिलाड़ी‑फ़ॉर्म की अधिक सटीक भविष्यवाणी कर सकती हैं, जिससे DLS मॉडल को और परिष्कृत किया जा सकता है। इस दिशा में कई बोर्ड और एनालिटिक्स फर्म काम कर रही हैं, और यह आपके अगले पढ़ने वाले लेखों में भी दिख सकता है।

तो अब जब आप DLS, क्रिकेट, रेन और लक्ष्य‑समायोजन की पूरी तस्वीर समझ गए हैं, तो नीचे दी गई लेख‑सूची में आपको विविध प्रकार के केस‑स्टडी, अपडेटेड नियम और विशेषज्ञों की राय मिलेंगी। चाहे आप एक casual फैन हों या एक डेटा‑एनालिस्ट, ये पोस्ट आपको DLS कैसे काम करता है, कब लागू होता है और किन परिस्थितियों में इसे बदलना पड़ता है… ये सब सिखाएंगे। आगे बढ़िए, जानिए DLS की वास्तविक दुनिया में कैसे बदले खेल के परिणाम।

England Women ने Lord’s में बारिश‑प्रभावित ODI को 8 विकेट से जीता, सीरीज़ बराबर 1‑1 26 सितंबर 2025

England Women ने Lord’s में बारिश‑प्रभावित ODI को 8 विकेट से जीता, सीरीज़ बराबर 1‑1

John David 7 टिप्पणि

19 जुलाई को Lord’s में बारिश‑से बाधित दूसरी ODI में England Women ने 8 विकेट से जीत हासिल की, जिससे श्रृंखला 1‑1 बराबर हुई। Sophie Ecclestone की 3/27 और Amy Jones की unbeaten 46 प्रमुख योगदान रहे। DLS के बाद लक्ष्य 115 रन तय किया गया। अब तीसरे मैच के लिए दोनों टीमें Durham की ओर रुख कर रही हैं।