आईएमडी – भारत की मौसम विज्ञान की मूल जानकारी

जब हम बात आईएमडी, इंडिया मौसम विज्ञान विभाग का संक्षिप्त रूप है, जो पूरे देश में मौसम की भविष्यवाणी, चेतावनी और डेटा प्रदान करता है. Also known as इंडिया मौसम विज्ञान विभाग, यह संस्था राष्ट्रीय सुरक्षा, कृषि और यात्रा जैसे कई क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आईएमडी का काम सिर्फ मौसम बताना नहीं, बल्कि लोगों को सही समय पर सही तैयारी करने में मदद करना है। इस कारण ही आधिकारिक चेतावनियों को अक्सर बड़े समाचार प्लेटफ़ॉर्म पर दोहराया जाता है।

आईएमडी द्वारा जारी बारिश चेतावनी, वर्षा की संभावनाओं और संभावित बाढ़ जोखिम की सूचना खासकर त्योहारों या बड़े इवेंट्स के दौरान बहुत कार्यशील होती है। पिछली बार दुर्गा पूजा‑धार्मिक फेस्टिवल में कोलकाता और ओडिशा में तीव्र वर्षा की चेतावनी ने लोगों को अपनी यात्रा योजना बदलने पर मजबूर किया। ऐसी चेतावनी सिर्फ सतर्कता नहीं, बल्कि जल नियंत्रण और आपदा प्रबंधन में भी मदद करती है। इसलिए जब आप मौसम समाचार देखते हैं, तो बारिश चेतावनी को नजरअंदाज़ न करें।

तापमान के मामले में तापमान पूर्वानुमान, दैनिक, साप्ताहिक या मौसमी तापमान का अनुमान किसानों, स्कूलों और आम जनता के लिए रोज़मर्रा की योजना बनाने का आधार होता है। उदाहरण के तौर पर, जब अगला गर्मी का महीना शुरू होता है, तो पूर्वानुमान से किसान बीज बोने या फसल कटाई का समय तय करते हैं। इसी तरह, स्कूलों की छुट्टियों या शॉपिंग मॉल्स के प्रमोशन में तापमान की जानकारी बड़ी भूमिका निभाती है। इसलिए आईएमडी के तापमान पूर्वानुमान पर भरोसा करना अक्सर सही निर्णय लेने में मददगार साबित होता है।

इन सबके पीछे वायुमंडलीय मॉडल, कम्प्यूटर‑आधारित सिमुलेशन जो हवा, जलवायु और मौसम की गति को गणितीय रूप से दर्शाते हैं होते हैं। आईएमडी इन मॉडलों का इस्तेमाल करके भविष्य के कई दिन का मौसम पूर्वानुमान बनाता है। मॉडल में रडार, उपग्रह और ग्राउंड स्टेशन से एकत्रित डेटा मिलाकर सटीकता बढ़ाई जाती है। जब मॉडल का आउटपुट रहता है, तो आईएमडी जल्दी से जल्दी चेतावनी जारी कर सकता है, जैसे कि तेज़ हवाओं या बवंडर की सम्भावना। इस कारण वायुमंडलीय मॉडल ही आईएमडी की तकनीकी हड्डी है।

यह सब मिलकर कृषि, पर्यटन, ऊर्जा, और रोज़मर्रा की जिंदगी को प्रभावित करता है। जब किसान सट्टा मौसम के आधार पर बीज बोते हैं, तो उन्हें बारिश चेतावनी और तापमान पूर्वानुमान दोनों की जरूरत होती है। यात्रियों को यात्रा के दिन धूप या बारिश की जानकारी चाहिए, और ऊर्जा कंपनियों को ठंड या गर्मी के मौसम के अनुसार उत्पादन नियोजन करना पड़ता है। इस प्रकार आईएमडी का डेटा भारतीय लोगों के कई निर्णयों में आधार बनता है।

अभी आप नीचे आईएमडी से जुड़ी ताज़ा खबरें, विश्लेषण और उपयोगी टिप्स देखेंगे। इन लेखों में हम अलग‑अलग क्षेत्रों में आईएमडी कैसे मदद करता है, उसके नवीनतम अपडेट और विशेषज्ञों की राय पेश करेंगे। तैयार हो जाइए, क्योंकि आगे का भाग आपके लिए एक व्यापक जानकारी का खजाना लाया है।

आईएमडी ने बिहार में 3-4 अक्टूबर की भारी बारिश चेतावनी जारी की 6 अक्तूबर 2025

आईएमडी ने बिहार में 3-4 अक्टूबर की भारी बारिश चेतावनी जारी की

John David 8 टिप्पणि

आईएमडी ने 2 अक्टूबर को बिहार में 21 सेमी से अधिक बारिश की चेतावनी दी। पश्चिमी डिस्टर्बेंस के कारण 3‑4 अक्टूबर में भारी बाढ़ का खतरा।