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आईपीएल 2025 के बीच में ही एक ऐसी आलोचना उभरी है जो टीमों की रणनीति के बारे में सोचने पर मजबूर कर देती है। मनोज तिवारी, जो कभी कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान रहे और बंगाल की टीम का नेतृत्व किया, ने अपने टीवी कमेंट्री सेशन में तीन बड़ी टीमों की नीतियों को एक साथ चुनौती दे दी। उनकी आलोचनाएं सिर्फ बैटिंग ऑर्डर तक ही सीमित नहीं, बल्कि बॉलिंग डिस्पोजिशन, कोचिंग निर्णय और अनुभवी खिलाड़ियों के स्थान के बारे में भी हैं।

मुंबई इंडियंस के बॉलिंग फैसले पर तीखी आलोचना

पंजाब किंग्स के खिलाफ एक निर्णायक मैच में, मुंबई इंडियंस ने अपने सबसे खतरनाक बॉलर जसप्रीत बुमराह को न्यू बॉल देने से इनकार कर दिया। तिवारी ने इसे 'दिमाग की कमी' बताया। 'जब आपके पास दुनिया के सबसे बेहतर न्यू बॉल बॉलर हैं, और आप उन्हें शुरुआत में नहीं डालते, तो आप क्या खेल रहे हैं?' उन्होंने प्रश्न उठाया। उनका कहना था कि बुमराह को पहले ओवरों में डालने से न केवल ओपनर्स को दबाव बनाया जा सकता था, बल्कि टीम की बॉलिंग रिदम भी बनी रहती। बुमराह के बिना शुरुआत करने के बाद मुंबई की बॉलिंग लगातार टूटती रही और पंजाब ने 198 रनों का टारगेट आसानी से पूरा कर लिया।

चेन्नई सुपर किंग्स: धोनी को नौवें नंबर पर क्यों?

इसी दिन, चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मैच में एक और विवादित फैसला सामने आया। एमएस धोनी को 3 विकेट गिरने के बाद, पावरप्ले के बाद नौवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। तिवारी ने इसे 'अनुभव का बर्बादी' बताया। '30 गेंदों में 190 की स्ट्राइक रेट के साथ धोनी जब बल्लेबाजी कर रहे हैं, तो उन्हें नौवें नंबर पर क्यों? आप जीतने आए हैं, न कि बस खेलने आए हैं।' उन्होंने जोर देकर कहा। वहीं, विरेंद्र सहवाग ने इसे हास्य के साथ कहा — 'धोनी बहुत जल्दी आ गए, लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे आरसीबी ने खेल ही बंद कर दिया हो।'

पंजाब किंग्स: विदेशी खिलाड़ियों पर भरोसा, भारतीय फॉर्म में नहीं

पंजाब किंग्स के कोच रिकी पॉन्टिंग के खिलाफ तिवारी की आलोचना सबसे ज्यादा तीखी रही। उन्होंने कहा कि जब पंजाब 200+ का टारगेट लेकर आ रहा था, तो उन्होंने नेहल वाधेरा और शशांक सिंह जैसे फॉर्म में आए भारतीय बल्लेबाजों के बजाय मार्को जैनसन और जॉश इंग्लिस को अंतिम 20 गेंदों के लिए भेजा। 'शशांक ने तो 49 गेंदों में 83 रन बनाए थे — उसे अंत में नहीं, बल्कि बीच में भेजा जाना चाहिए था,' तिवारी ने कहा। पंजाब अभी तक 9 मैचों में 5 जीत, 3 हार और एक नो-रिजल्ट के साथ चौथे स्थान पर है, लेकिन तिवारी का मानना है कि 'इस तरह के फैसले से वे ट्रॉफी जीत नहीं पाएंगे।'

रोहित और विराट के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट का सवाल

तिवारी ने एक और बड़ा मुद्दा उठाया — रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए 2027 ओडीआई विश्व कप के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलने की आवश्यकता। उन्होंने कहा, 'रोहित को ओडीआई कप्तानी हटा दी गई, और अब 26 साल का शुभमन गिल कप्तान है। यह संदेश था — आपकी जगह 2027 में सुरक्षित नहीं है।' इस तरह के संदेश से रोहित को मानसिक दबाव हो रहा है, और वह डोमेस्टिक मैचों में खेलने के लिए प्रेरित नहीं हो रहे। तिवारी ने सवाल उठाया — 'अगर बीसीसीआई उन्हें अपनी टीम में नहीं रखना चाहती, तो फिर उन्हें डोमेस्टिक मैचों में खेलने का क्या फायदा?'

क्या ये सब बदलाव की शुरुआत है?

इन सभी आलोचनाओं के बीच एक सवाल उठता है — क्या आईपीएल में अब टीमों के निर्णय बहुत ज्यादा रूढ़िवादी हो गए हैं? क्या कोचिंग स्टाफ अनुभवी खिलाड़ियों के बारे में बहुत ज्यादा संवेदनशील हो गए हैं? जब तक टीमें बॉलिंग के लिए बुमराह को नहीं डालेंगी, जब तक धोनी को नौवें नंबर पर नहीं बुलाएंगे, और जब तक फॉर्म में आए भारतीय बल्लेबाजों को विदेशी खिलाड़ियों के बाद नहीं भेजेंगे, तब तक ये टीमें अपनी क्षमता का पूरा उपयोग नहीं कर पाएंगी।

आईपीएल 2025: टीमों की स्थिति और अगला चरण

अभी तक 9 मैच खेले जा चुके हैं, और पंजाब किंग्स चौथे स्थान पर हैं। चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस टॉप 4 में हैं, लेकिन उनकी रणनीतियां अब आलोचना का निशाना बन रही हैं। नूर अहमद अभी तक पर्पल कैप के नंबर एक पर हैं — 3 विकेट के साथ। अगले दो हफ्तों में जो मैच खेले जाएंगे, वो टीमों के निर्णयों की असली परीक्षा होंगी। क्या कोच अपनी रूढ़ियों को छोड़ पाएंगे? या फिर अनुभव के नाम पर खेल को निर्जीव बना देंगे?

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मनोज तिवारी ने मुंबई इंडियंस के बैटिंग ऑर्डर के बारे में क्या कहा?

मनोज तिवारी ने मुंबई इंडियंस के बैटिंग ऑर्डर के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। उनकी आलोचना सिर्फ बॉलिंग स्ट्रैटेजी पर केंद्रित थी — विशेष रूप से जसप्रीत बुमराह को न्यू बॉल न देने पर। किसी भी स्रोत में उनका बैटिंग ऑर्डर पर टिप्पणी नहीं मिली है।

धोनी को नौवें नंबर पर बल्लेबाजी क्यों नहीं कराया जाना चाहिए?

धोनी की स्ट्राइक रेट 190 है और वे अंतिम ओवरों में बहुत असरदार हैं। जब टीम के तीन विकेट गिर चुके हों और टारगेट पर दबाव हो, तो उन्हें 5-6 नंबर पर बुलाना ज्यादा बुद्धिमानी होगी। नौवें नंबर पर आने से उनकी बल्लेबाजी का असर कम हो जाता है, क्योंकि टीम पहले ही जीत के लिए जीवित नहीं रहती।

पंजाब किंग्स क्यों नहीं जीत पाएंगे आईपीएल ट्रॉफी?

तिवारी का मानना है कि पंजाब के कोच रिकी पॉन्टिंग अनुभवी भारतीय बल्लेबाजों को नजरअंदाज कर रहे हैं। शशांक सिंह और नेहल वाधेरा जैसे फॉर्म में आए खिलाड़ियों को अंत में नहीं भेजना, विदेशी खिलाड़ियों पर अत्यधिक भरोसा करना — ये सब टीम के लंबे समय तक सफल रहने के लिए खतरनाक है।

रोहित शर्मा को डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलना चाहिए?

हां, अगर वे 2027 विश्व कप के लिए तैयार रहना चाहते हैं। कप्तानी हटाने के बाद उन्हें अब बेहतर फॉर्म और रिदम बनाने की जरूरत है। डोमेस्टिक क्रिकेट उनके लिए अपनी भूमिका फिर से खोजने का एकमात्र रास्ता है — न कि बस टीवी पर टिप्पणी करना।

आईपीएल 2025 में बॉलिंग स्ट्रैटेजी में क्या बदलाव देखने को मिल सकता है?

अगर आलोचनाएं जारी रहीं, तो टीमें बुमराह और अन्य तेज गेंदबाजों को न्यू बॉल पर डालने की ओर लौट सकती हैं। अब तक जिन टीमों ने बुमराह को शुरुआत में नहीं डाला, उनकी हार का आंकड़ा बढ़ रहा है। यह एक ट्रेंड बन सकता है।

क्या तिवारी की आलोचनाएं बीसीसीआई को असर डाल सकती हैं?

हां, अगर ये आलोचनाएं दर्शकों और खिलाड़ियों के बीच चर्चा का विषय बन जाएं। बीसीसीआई पहले भी ऐसी आवाजों को सुन चुका है — जैसे धोनी के बैटिंग ऑर्डर के बारे में 2019 में आई आलोचनाएं। अगर दबाव बढ़े, तो टीमों के कोचिंग स्टाफ में बदलाव हो सकता है।

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