मुंबई में भारी तबाही मचाने वाला होर्डिंग हादसा
मुंबई के घाटकोपर इलाके में सोमवार शाम को हुए एक दुखद हादसे ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण एक विशाल होर्डिंग ढह गया, जिससे 16 लोगों की मौत हो गई और 75 से ज्यादा लोग घायल हो गए। 120 फीट लंबे और 120 फीट चौड़े इस होर्डिंग के गिरने से आसपास खड़े वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा।
हादसे के बाद बचाव कार्य में जुटी टीमों ने 66 घंटे की मशक्कत के बाद मलबे से 73 क्षतिग्रस्त वाहनों को बाहर निकाला है। इनमें 30 दोपहिया वाहन, 31 चार पहिया वाहन, 8 ऑटो रिक्शा और 2 भारी वाहन शामिल हैं। ये सभी वाहन दुर्घटना में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। इन्हें मालिकों द्वारा क्लेम करने के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है।
BMC के नेतृत्व में चला बचाव अभियान
इस पूरे हादसे में बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की अहम भूमिका रही। BMC ने तुरंत राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और मुंबई फायर ब्रिगेड को घटनास्थल पर बुलाया और बचाव कार्य शुरू किया। इन टीमों ने अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मेहनत की और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
BMC कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा, "हमारी टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी रहीं। NDRF और फायर ब्रिगेड ने शानदार काम किया। हम हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।"
मलबा हटाने का कार्य अभी भी जारी
हादसे के 3 दिन बाद भी घटनास्थल पर मलबा हटाने का कार्य जारी है। JCB मशीन, डंपर, क्रेन और अन्य उपकरणों की मदद से लगातार मलबे को हटाया जा रहा है। ईंधन की टंकियों में मौजूद स्टॉक को देखते हुए मुंबई फायर ब्रिगेड एहतियातन अभी भी मौके पर मौजूद है।
पुलिस ने इस मामले में होर्डिंग के मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। BMC ने भी होर्डिंग की मजबूती और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। इस हादसे ने एक बार फिर से शहर में अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को बल दिया है।
पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान
राज्य सरकार और BMC ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी।
BMC ने भी अपने अस्पतालों में घायलों के मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। KEM अस्पताल और सायन अस्पताल में विशेष वार्ड बनाए गए हैं जहां घायलों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार मरीजों की हालत पर नजर बनाए हुए है।
सबक लेने की जरूरत
घाटकोपर होर्डिंग हादसा मुंबई शहर के लिए एक बड़ा सबक है। यह घटना संकेत देती है कि शहर में अवैध और असुरक्षित ढांचों पर सख्ती से अंकुश लगाने की जरूरत है। BMC और पुलिस को मिलकर ऐसे होर्डिंग्स और इमारतों की पहचान कर उन्हें तोड़ने या मजबूत करने के कदम उठाने होंगे।
साथ ही आपदा प्रबंधन को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है। NDRF और फायर ब्रिगेड जैसी एजेंसियों को हमेशा तैयार रहना चाहिए। उन्हें नियमित प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने होंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
इस दुखद घटना ने जो जान ली हैं, उन्हें हम वापस नहीं ला सकते। लेकिन हम उनकी याद में शहर को और सुरक्षित बनाने का संकल्प जरूर ले सकते हैं। हर नागरिक को अपने आसपास की खतरनाक संरचनाओं की पहचान करके उन्हें तत्काल हटवाने की पहल करनी चाहिए। सिर्फ प्रशासन ही नहीं, हम सबको मिलकर मुंबई को एक सुरक्षित शहर बनाना होगा।